यह कोई नया मामला नहीं बल्कि उक्त डीलर पुर्व से ही लगातार करता आ रहा है अनाज की कालाबाजारी- दशरथ यादव
सभी आरोप हैं गलत और बेबुनियाद, रंगदारी नहीं देने के कारण षड़यंत्र के तहत मेरे विरुद्ध किया जा रहा है कार्डधारियों को गोलबंद- आरोपित डीलर
मो. ओबैदुल्लाह शम्सी
गिरिडीह:- सदर प्रखंड के जीतपुर पंचायत स्थित ग्राम उंदरो में संचालित जन-वितरण दुकान मां पार्वती महिला विकास समूह की संचालिका संगीता देवी, पति सुभाष प्रसाद वर्मा एवं ससुर श्यामलाल महतो के विरुद्ध सैंकड़ों कार्डधारियों ने अनाज की कालाबाजारी करने,कार्ड को रद्द करवाने की धमकी देने और राशन कटौती के विरोध में आवाज़ उठाने पर कार्ड कहीं दूर हस्तांतरित करने के आरोपों के साथ जमकर बवाल काटते हुए मोर्चा खोल दिया।
उत्तिम टांड़ गांव में राजद प्रखंड अध्यक्ष दशरथ यादव के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्डधारियों ने अपने हाथों में राशन कार्ड लेकर डीलर के द्वारा बरती जा रही अनियमितता, गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
दशरथ यादव ने कहा कि उक्त डीलर के द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने का यह कोई नया मामला नहीं है बल्कि वह पुर्व से ही लगातार अनाज की कालाबाजारी करता आ रहा है। विरोध कर रहे कार्डधारियों ने बारी-बारी से कहा कि डीलर के द्वारा तीन बार अंगूठे का निशान लिया जा चुका है लेकिन राशन एक बार भी नहीं दिया गया है। कुछ ने कहा कि डीलर के द्वारा पुर्व से ही राशन वितरण के दौरान अनाज की कटौती किया जाता रहा है। कुछ अन्य ने कहा कि अनाज बांटने के दौरान धड़ल्ले से गड़बड़ी की जाती है जिसकी शिकायत करने पर कार्ड रद्द करवाने और कहीं दूर दूसरे डीलर के पास कार्ड हस्तांतरित कर देने की धमकी दी जाती है। कई कार्डधारियों ने कहा कि डीलर का कोई आदमी जबरदस्ती पेपर पर हस्ताक्षर करवा रहा है और ऐसा नहीं करने पर धमकी दिया जा रहा है।
बताते चलें कि हाल ही में कार्डधारियों ने डीलर के द्वारा किए जा रहे अनाज की कालाबाजारी और भ्रष्टाचार के विरुद्ध डीएसओ से लिखित शिकायत करते हुए मामले की जांच का हस्ताक्षरित आवेदन प्रस्तुत किया था जिसके आलोक में बीडीओ सह प्रभारी एमओ गणेश रजक ने उंदरो पहुंच कर उक्त राशन दुकान का निरीक्षण किया। उपस्थित ग्रामीणों के अनुसार जांच के दौरान एमओ को दुकान में अनाज उपलब्ध नहीं मिला। विभाग के द्वारा कार्डधारियों को मामले की निष्पक्ष जांच करने एवं दोष सिद्ध होने पर दोषियों के विरुद्ध तर्क संगत कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
वहीं इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखती हुई दुकान संचालिका संगीता देवी ने उपरोक्त सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें निराधार बताया और कहा कि राशन प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के अनुसार ससमय एवं उचित माप- तौल के साथ दिया जाता है।
डीलर पति सुभाष प्रसाद वर्मा ने कहा कि दशरथ यादव ने अपने किसी आदमी के द्वार मुझ से 50 हजार रुपए की रंगदारी मांगी थी जिसे नहीं देने के कारण वह षडयंत्र रच रहे हैं और हम लोगों के विरुद्ध भोले-भाले कार्डधारियों को गोलबंद कर रहे हैं। दुकान संचालिका के ससुर सह पंचायत समिति सदस्य श्यामलाल महतो ने कहा कि हमारे पास राशन वितरण से संबंधित सभी अभिलेख उपलब्ध हैं जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर विभाग के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। हम लोगों ने किसी कार्डधारी को कोई धमकी नहीं दिया है। हम विभागीय जांच को तैयार हैं और इसका स्वागत करेंगे।